आपने कभी सोचा कि धातु हमेशा ठंडा क्यों होता है ?
आपने जरूर ध्यान दिया होगा की जब भी कोई धातु हम छूते हैं तो वह ठंडा महसूस होता है |
पर कभी इस बात पर गौर नहीं किया होगा की यह धातु हमेशा ठंडा ही क्यों रहता है ?
आज हम इस आसान से सवाल का जवाब आसान वाक्यों में समझेंगे कि इसमें विज्ञान की कौन सी बात हैं |
ऐसा इसलिए होता है कि धातु ऊष्मा का सुचालक (Good Conductor of Heat) होता हैं |
जिसके कारण ऊष्मा हमेशा उससे होकर आसानी से गुजरती रहती है |
जिसके कारण ऊष्मा धातु में ठहर नहीं पाती जो कि उसे गर्म कर पाए।
हमारी अंगुलियाँ हमारे शरीर के ऊष्मा के कारण गर्म रहती है |
जब हम किसी धातु को छूते हैं तो हमारे शरीर से ऊष्मा धातु की ओर बहती है | (धातु ऊष्मा का सुचालक है |)
ऊष्मा का शरीर से धातु की ओर लगातार बहना हमें ठंडा महसूस करवाती है |
जब हमारे शरीर से ऊष्मा का ह्रास होता है तो हमें ठंड महसूस होता है |
इसलिए धातु हमें हमेशा हमें छूने में ठंडा लगता है।
कई धातु ऊष्मा के सुचालक है और कई ऐसे भी धातु है जो कि सुचालक नहीं है।
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