ध्रुवस्वामिनी नाटक जयशंकर प्रसाद की अंतिम एवं अत्यंत महत्वपूर्ण नाट्यकृति है। इसका प्रकाशन वर्ष 1933 ई. है। ध्रुवस्वामिनी एक नारी प्रधान नाटक है। इस नाटक…
महाभोज नाटक सर्वप्रथम उपन्यास के रूप 1979 में प्रकाशित हुआ। फिर इसे नाटक के रूप में 1983 में प्रकाशित किया गया। हिंदी साहित्य जगत में…
चन्द्रगुप्त नाटक का प्रकाशन 1931 में हुआ। चंद्रगुप्त के जन्म के पहले तक मौर्य वंश ने कोई भी ऐतिहासिक कार्य नहीं किया था। तब तक…
स्कन्दगुप्त नाटक 1928 में प्रकाशित हुआ। नाटक पाँच अंकों में विभाजित है और प्रत्येक अंक दृश्यों में। स्कन्दगुप्त ने भारत की हूणों से रक्षा की।…
एक और द्रोणाचार्य नाटक 1972 में प्रकाशित हुआ। कथानक में एक शिक्षक की तुलना द्रोणाचार्य से की जाती है, जिसने एक शिक्षक को अन्याय सहन…
आगरा बाज़ार नाटक एक आँचल की सामाजिक, सांस्कृतिक, राजनीतिक और आर्थिक क्रिया – कलापों पर केंद्रित है। नाटक के पात्र ककड़ी बेचने वाला – जो…
सिंदूर की होली नाटक का प्रकाशन 1931 में हुआ। नाटक के पात्र मुरारीलाल – जो कि एक डिप्टी कलेक्टर के पद पर आसीन है। जिसने…
सर्वेश्वर दयाल सक्सेना द्वारा रचित बकरी नाटक वर्ष 1974 में प्रकाशित हुआ। नाटक लेखन क्रम में दूसरा और प्रकाशन क्रम में पहला नाटक है। इस…